ऑपरेशन सिंदूर: भारत का पहलगाम नृशंस हत्याओं के प्रति जवाब
भूमिका:
22 April 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष हिंदू तीर्थयात्रियों पर हमला करके कई लोगों की नृशंस हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया और सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग उठने लगी। इसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने "ऑपरेशन सिंदूर" की घोषणा की, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत का सख्त और निर्णायक जवाब था।
ऑपरेशन सिंदूर: मुख्य बिंदु
1. पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि
22 April 2025 को पहलगाम के निकट आतंकवादियों ने अंबरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं पर गोलीबारी और ग्रेनेड हमला किया।
इस हमले में 27 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक घायल हुए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
आतंकी संगठन TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, जो पाकिस्तान-समर्थित आतंकवादी गुट है।
2. अमित शाह का ऐलान: ऑपरेशन सिंदूर
गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके "ऑपरेशन सिंदूर" की घोषणा की।
इस ऑपरेशन का नाम "सिंदूर" रखा गया, जो हिंदू श्रद्धालुओं की रक्षा और शहीदों के सम्मान का प्रतीक है।
इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और उनके समर्थकों को पूरी तरह खत्म करना था।
3. ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति
इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशन: रॉ, एनआईए और स्थानीय पुलिस ने मिलकर आतंकवादियों के ठिकानों की पहचान की।
सर्जिकल स्ट्राइक्स: सुरक्षाबलों ने घाटी के विभिन्न इलाकों में चुनिंदा ऑपरेशन करके आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
ओवरग्राउंड-अंडरग्राउंड नेटवर्क को तबाह करना: आतंकवादियों को फंडिंग और हथियार देने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पाकिस्तान-समर्थित आतंक मॉड्यूल को निशाना: जम्मू-कश्मीर में सक्रिय लेटेस्ट, जैश-ए-मोहम्मद और TRF के कई आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए।
4. ऑपरेशन सिंदूर के परिणाम
72 घंटों के भीतर 11 आतंकवादी ढेर, जिनमें TRF के कमांडर भी शामिल थे।
आतंकियों के 20 से अधिक ठिकाने नष्ट, जहाँ से हमले की योजना बनाई जाती थी।
5 आतंक फंडिंग नेटवर्क ध्वस्त, जिससे आतंकियों को मिलने वाला पैसा बंद हुआ।
स्थानीय लोगों का सहयोग: ऑपरेशन के दौरान कश्मीरी नागरिकों ने सुरक्षाबलों को जानकारी देकर सहयोग किया।
5. अमित शाह का बयान: "आतंकवाद का अंत होगा"
अमित शाह ने कहा कि "पहलगाम हत्याओं का जवाब ऑपरेशन सिंदूर है और यह साबित करता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ नरम नहीं बैठेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि "जो भी देश की सुरक्षा के साथ खेलेगा, उसे मिटा दिया जाएगा।"
6. देशभर में प्रतिक्रिया
राजनीतिक समर्थन: विपक्ष सहित सभी दलों ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की।
जनता का उत्साह: सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड किया और लोगों ने सरकार की सख्त कार्रवाई की तारीफ की।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया: अमेरिका, रूस और इजरायल ने भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान को समर्थन दिया।
निष्कर्ष: एक सख्त संदेश
ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया कि भारत अब आतंकवाद को सहन नहीं करेगा। पहलगाम हत्याओं के बाद सरकार ने जो सख्त कार्रवाई की, वह देश की सुरक्षा नीति में एक नया मोड़ है। अमित शाह के नेतृत्व में यह ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि भारत अब कोमल जवाब नहीं देगा, बल्कि आतंकियों को उनकी ही भाषा में जवाब देगा।
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