तारीख: 21 मई 2025
स्थान: अबूझमाड़, नारायणपुर जिला, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में आज सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 26 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन में AK-47 राइफल्स और अन्य आधुनिक हथियार भी बरामद किए गए हैं। यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और अर्धसैनिक बलों के संयुक्त अभियान का हिस्सा था 25।
मुख्य बिंदु (Key Highlights)
26+ नक्सलियों की मौत: अबूझमाड़ के घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में कम से कम 26 नक्सली ढेर हो गए।
आधुनिक हथियार बरामद: सुरक्षा बलों ने AK-47, विस्फोटक और अन्य गोला-बारूद जब्त किया।
ऑपरेशन जारी: अभी भी क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चल रहा है, संभावना है कि और नक्सली मारे गए हों 211।
टॉप नक्सली नेताओं के मारे जाने की आशंका: कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ऑपरेशन में नक्सलियों के कुछ बड़े नेता भी मारे गए हो सकते हैं 69।
2025 में अब तक 100+ नक्सली ढेर: इस साल छत्तीसगढ़ में अब तक 100 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया जा चुका है 410।
ऑपरेशन की पूरी कहानी (Operation Details)
1. इंटेलिजेंस पर आधारित कार्रवाई
सुरक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के जंगलों में भारी संख्या में सशस्त्र नक्सली छिपे हुए हैं। इसके बाद डीआरजी, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया 2।
2. भीषण मुठभेड़
ऑपरेशन के दौरान दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई। नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग की, जिसके जवाब में जवानों ने कार्रवाई करते हुए 26+ नक्सलियों को मार गिराया 511।
3. हथियारों का जब्ती
मुठभेड़ स्थल से AK-47 राइफल्स, विस्फोटक, ग्रेनेड लॉन्चर और अन्य आधुनिक हथियार बरामद किए गए। यह हथियार नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर हमले के लिए इस्तेमाल किए जाते थे 26।
4. ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट का असर
इससे पहले मई 2025 में "ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट" के तहत छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर 31 नक्सलियों को मार गिराया गया था। इस ऑपरेशन में नक्सलियों के कई टॉप कमांडर भी मारे गए थे 69।
नक्सलवाद के खिलाफ भारत की जंग (India’s War Against Naxalism)
1. 2026 तक नक्सल-मुक्त भारत का लक्ष्य
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सुरक्षा बलों ने "रुथलेस एंड रिलेंटलेस" (निर्मम और लगातार) स्ट्रैटेजी अपनाई है 910।
2. 2025 में अब तक की उपलब्धियां
400+ नक्सली मारे गए (2024-2025) 9
718 नक्सलियों ने सरेंडर किया (2025 के पहले चार महीने में) 9
छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र में बड़े ऑपरेशन 10
3. नक्सलियों के आत्मसमर्पण की वजह
कई नक्सलियों ने "माओवादी विचारधारा की खोखली नीतियों" और "आदिवासियों के शोषण" को वजह बताते हुए आत्मसमर्पण किया है। सरकार उन्हें ₹25,000 की तत्काल सहायता और पुनर्वास की सुविधा दे रही है 10।
निष्कर्ष (Conclusion)
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की यह बड़ी सफलता देश में शांति और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 2026 तक नक्सल-मुक्त भारत का लक्ष्य अब और मजबूत होता दिख रहा है।
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