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शुबमन गिल का गुस्सा और अंपायर से तकरार: SRH स्टार ने ऐसा क्या किया?


क्रिकेट में भावनाएं कभी-कभी हावी हो जाती हैं, और हाल ही में IPL 2024 के एक मैच में शुबमन गिल (Shubman Gill) ने अपना आपा खो दिया। गुजरात टाइटन्स (GT) के कप्तान गिल ने अंपायर के एक विवादास्पद फैसले पर नाराजगी जताई और उनसे जमकर बहस की। इस घटना के बीच सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के एक खिलाड़ी ने ऐसा काम किया जिसने सबका ध्यान खींचा। आइए, इस पूरे विवाद को विस्तार से समझते हैं।

शुबमन गिल और अंपायर के बीच क्या हुआ?

मैच का संदर्भ: यह घटना GT बनाम SRH के बीच खेले गए एक महत्वपूर्ण मुकाबले में हुई, जहां मैच का पेंडुलम लगातार झूल रहा था।

विवादास्पद फैसला: एक क्लोज LBW अपील के दौरान अंपायर ने गिल को नॉट आउट दिया, लेकिन SRH ने DRS ले लिया। हॉकआई (HawkEye) में बॉल ट्रैकिंग ने गिल को आउट दिखाया, जिस पर वह भड़क गए।

गिल का रिएक्शन: गिल ने अंपायर से जोरदार बहस की और उनके फैसले पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि बॉल ट्रैकिंग गलत थी और उन्हें आउट नहीं दिया जाना चाहिए था।

अंपायर का रुख: अंपायर ने अपने फैसले पर कायम रहा, लेकिन गिल का गुस्सा देखकर सभी हैरान रह गए।

SRH के स्टार ने क्या किया?

इस पूरे विवाद के बीच SRH के एक खिलाड़ी ने शांत दिमाग से काम लिया और गिल को शांत करने की कोशिश की:

भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) की भूमिका: अनुभवी गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने गिल के पास जाकर उन्हें शांत करने की कोशिश की।

स्पोर्ट्समैनशिप दिखाई: उन्होंने गिल को समझाया कि DRS तकनीक का फैसला अंतिम होता है और इसे स्वीकार करना चाहिए।

फैन्स की प्रतिक्रिया: भुवनेश्वर के इस जेंटलमैनली एक्ट की सोशल मीडिया पर तारीफ हुई और उन्हें सच्चा खिलाड़ी बताया गया।

क्या गिल का गुस्सा जायज था?

क्रिकेट में अक्सर खिलाड़ी गर्म माहौल में गुस्सा कर बैठते हैं, लेकिन क्या गिल का रिएक्शन सही था?

हां, क्योंकि...

क्लोज मामला था: LBW के कुछ फैसले 50-50 होते हैं, और खिलाड़ी को लग सकता है कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है।

कप्तान की जिम्मेदारी: गिल GT के कप्तान हैं और टीम की तरफ से उनका आक्रोश दिखाना स्वाभाविक था।

मैच का प्रेशर: IPL के महत्वपूर्ण मुकाबलों में दबाव बहुत ज्यादा होता है, जिससे खिलाड़ी भावुक हो सकते हैं।

नहीं, क्योंकि...

DRS तकनीक पर भरोसा करना चाहिए: टेक्नोलॉजी के फैसले को चैलेंज करना सही नहीं है।

अंपायर का सम्मान: अंपायर के फैसले को चुनौती देना स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ है।

युवा खिलाड़ियों के लिए गलत मिसाल: गिल जैसे यंग स्टार को शांत रहकर उदाहरण पेश करना चाहिए था।

पहले भी हुआ है ऐसा विवाद

शुबमन गिल पहले ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जिन्होंने अंपायर के फैसले पर गुस्सा जताया हो। क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं:

विराट कोहली (Virat Kohli): RCB के दौरान कोहली ने कई बार अंपायरों के फैसलों पर नाराजगी जताई है।

गौतम गंभीर (Gautam Gambhir): 2013 में गंभीर ने एक मैच में अंपायर से जमकर बहस की थी।

रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting): ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान भी अंपायरों से अक्सर बहस करते थे।

क्या हो सकता है आगे?

फाइन लग सकता है: IPL की डिसिप्लिनरी कमेटी गिल के बर्ताव पर जुर्माना लगा सकती है।

माफी मांगनी पड़ सकती है: BCCI या GT मैनेजमेंट गिल से स्पष्टीकरण मांग सकता है।

स्पोर्ट्समैनशिप की कमी का टैग: अगर गिल अक्सर ऐसा करते हैं, तो उनकी इमेज पर असर पड़ सकता है।

फैन्स और एक्सपर्ट्स की क्या राय है?

फैन्स दो हिस्सों में बंटे: कुछ का कहना है कि गिल का गुस्सा जायज था, जबकि अन्य इसे गलत बताते हैं।

एक्सपर्ट्स की राय: कमेंटेटर्स ने कहा कि गिल को शांत रहना चाहिए था, क्योंकि DRS का फैसला अंतिम होता है।


सोशल मीडिया ट्रेंड: #ShubmanGill और #IPLControversy ट्रेंड कर रहा है, जहां फैन्स अपने-अपने विचार साझा कर रहे हैं।

निष्कर्ष: क्या सीख मिलती है?

शुबमन गिल का यह विवाद एक बार फिर याद दिलाता है कि क्रिकेट में भावनाएं कितनी उबाल पर आ सकती हैं। हालांकि, एक प्रोफेशनल खिलाड़ी को हर हाल में शांत और संयमित रहना चाहिए। भुवनेश्वर कुमार ने जिस तरह से गिल को शांत करने की कोशिश की, वह सच्चे स्पोर्ट्समैनशिप का उदाहरण है।

अगर गिल को भविष्य में एक महान कप्तान बनना है, तो उन्हें ऐसी स्थितियों में धैर्य बनाए रखना होगा। क्रिकेट में तकनीक के फैसलों को स्वीकार करना और अंपायरों का सम्मान करना ही एक चैंपियन की पहचान होती है।

आपकी राय क्या है? क्या शुबमन गिल का गुस्सा सही था या उन्हें शांत रहना चाहिए था? कमेंट में बताएं!


धंन्याबाद🙏


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